सीखना और बढ़ते हुए
सीखने का अर्थ है नया ज्ञान, व्यवहार, कौशल, मूल्य अथवा अधिमान अर्जित करना। इसमें विभिन्न प्रकार की जानकारी का प्रक्रमण शामिल हो सकता है। सीखने की क्रियाएं भिन्न-भिन्न प्रकार की शिक्षण प्रक्रियाओं द्वारा निष्पादित की जा सकती हैं, जो शिक्षण के विषय/अभिकर्ता, की मानसिक सक्षमता, व्यक्ति द्वारा अर्जित किए जाने वाले ज्ञान के प्रकार तथा सामाजिक-नैसर्गिक और पर्यावरणीय परिस्थितियों पर निर्भर होता है।
मानव का सीखना शिक्षा अथवा वैयक्तिक विकास के रूप में उत्पन्न हो सकता है। यह लक्ष्योन्मुखी हो सकता है अथवा प्रेरणा द्वारा समर्थित हो सकता है। सीखना कैसे प्रारंभ होता है, इसका अध्ययन तंत्रिका-मनोविज्ञान, शैक्षणिक मनोविज्ञान, अधिगम सिद्धांत और शिक्षा-शास्त्र का भाग है।
सीखना, अभ्यास अथवा प्राचीन अनुकूलता के परिणामस्वरूप उत्पन्न हो सकता है जैसा कि अनेक पशु प्रजातियों में देखा जाता है अथवा यह अधिक जटिल क्रियाकलापों के फलस्वरूप जैसे खेल द्वारा भी उत्पन्न होता है जिसे केवल सापेक्षी बुद्धिमान पशुओं और मनुष्यों में देखा जाता है। सीखना चेतन अथवा बिना चेतन जागरूकता में भी उत्पन्न हो सकता है। जनकीय तौर पर सीखने के मानवीय व्यवहारों के उदाहरण विद्यमान हैं जिनमें अभ्यास को 32 सप्ताह के भीतर परिणिती में परिवर्तित होते देखा जा सकता है, जो यह दर्शाता है कि केन्द्रीय तंत्रिका-तंत्र पर्याप्तत: विकसित है तथा सीखने के लिए तैयार है और विकास में अत्यंत पूर्व अवस्था पर स्मृति विद्यमान होती है।
आईएनएई चौथा आईएनएई युवा सम्मेलन आईआईटी बॉम्बे के साथ संयुक्त रूप से 24 सितंबर, 2021 को आयोजित किया गया था; NITIE, मुंबई और आईसीटी, मुंबई
Visit the Linkशैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए ऐसी सुविधाओं की कमी वाले राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के लिए डिग्री स्तर के तकनीकी पाठ्यक्रमों में सीटों का आरक्षण
Visit the Linkड्रम एक्स एडोब: रचनात्मकता एक रास्ता पाता है
पता लगाएं कि रचनात्मकता व्यावसायिक परिणामों को कैसे चला सकती है।
Visit the Linkअपने कॉलेज को जानें (KYC)
अपने कॉलेज के बारे में अधिक जानने के लिए एक स्टॉप शॉप।
Visit the websiteविशेष कीमत पर किताबें
अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए एक स्टॉप शॉप.
Visit the linkISG-UBU ने भारतीय-मेकांग विद्वानों को परियोजना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया
अपने अभ्यास को बढ़ाने का अवसर।
Visit the linkली-आयन कोशिकाओं के आधार पर मोबाइल सामान उत्पादों के लिए डिजाइन और विकास के लिए ग्रैंड चैलेंज- भागीदारी की मांग
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), भारत सरकार ने भारत सेलुलर के सहयोग से CDAC नोएडा में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ Li-ion सेल (पोस्ट-सेल) पर आधारित उत्पादों के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoE) की स्थापना की है। एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) मोबाइल हैंडसेट एक्सेसरीज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक अनुप्रयोगों के रूप में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों के डिजाइन और विकास को बढ़ावा देने के लिए। सीओई ली-आयन सेल (पोस्ट-सेल) पर आधारित उत्पादों के अनुसंधान एवं विकास, डिजाइन और विकास के लिए वन-स्टॉप सुविधा/केंद्र के रूप में काम करेगा।
Visit the Linkराष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना (एनएटीएस)
भारत में राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण योजना एक वर्ष का कार्यक्रम है जो तकनीकी रूप से योग्य युवाओं को उनके कार्यक्षेत्र में आवश्यक व्यावहारिक ज्ञान और कौशल से लैस करता है।.
Visit the websiteFOSSEE समर फेलोशिप 2021 ऑनलाइन
IIT बॉम्बे में FOSSEE टीम ने इंटर्न को नियुक्त करने के लिए समर फेलोशिप के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है
Visit the Linkएएलटीटीसी, बीएसएनएल, गाजियाबाद में इंजीनियरिंग / वित्त / प्रबंधन / लॉ स्ट्रीम के डिप्लोमा / यूजी / पीजी छात्रों के लिए इंटर्नशिप और परियोजना प्रशिक्षण
ALTTC (उन्नत दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र), गाजियाबाद, संचार मंत्रालय, सरकार के तहत बीएसएनएल का एक शीर्ष प्रशिक्षण केंद्र। भारत सरकार ने ALTTC, बीएसएनएल, गाजियाबाद में उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने के लिए छात्रों के लिए ऑनलाइन लाइव और इंटरएक्टिव व्यावसायिक प्रशिक्षण आयोजित करना शुरू कर दिया है। एएलटीटीसी, बीएसएनएल, गाजियाबाद वायरलेस और फिक्स्ड ब्रॉडबैंड, आईओटी और साइबर सुरक्षा के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में आईटीयू (जिनेवा) की उत्कृष्टता का केंद्र भी है।
Know Moreहम सब प्रतिज्ञा करते हैं
राष्ट्र की ओर
भारत मेरा देश है तथा सभी भारतीय मेरे भाई और बहनें हैं। मैं अपने देश से प्रेम करता हूं तथा मुझे इसकी समृद्ध और वैविध्यपूर्ण विरासत पर गर्व है। मैं इसे और भी समृद्ध बनाने का सदैव प्रयास करूंगा
मैं अपने माता-पिता, शिक्षकों और बड़ों को सम्मान दूंगा तथा हर किसी के साथ विनम्रतापूर्वक व्यवहार करूंगा।
मैं अपने देश और देशवासियों के प्रति निष्ठा रखने का वचन देता हूं। उनकी कुशलता और समृद्धि में ही मेरी कुशलता और समृद्धि निहित है।
विस्तारपूर्वक पढ़ेंबाल अधिकारों के प्रति
भारत मेरा देश है तथा सभी भारतीय मेरे भाई और बहनें हैं। मैं अपने देश से प्रेम करता हूं तथा मुझे इसकी समृद्धि और वैविध्यपूर्ण विरासत पर गर्व है। मैं इसे और भी समृद्ध बनाने का सदैव प्रयास करूंगा
मैं अपने माता-पिता, शिक्षकों और बड़ों को सम्मान दूंगा तथा हर किसी के साथ विनम्रतापूर्वक व्यवहार करूंगा।
मैं अपने देश और देशवासियों के प्रति निष्ठा रखने का वचन देता हूं। उनकी कुशलता और समृद्धि में ही मेरी कुशलता और समृद्धि निहित है।
विस्तारपूर्वक पढ़ेंहमारी आचार नीति
आप व्यावसायिक आचार नीति से लैस हो सकते हैं, परंतु आपने व्यावसायिक नैतिकता के बारे में कम ही सुना होगा। नयाचार एक औपचारिक प्रणाली अथवा नियमों के सेट के रूप में कोडीकृत होते हैं जिन्हें लोगों के समूह द्वारा स्पष्टत: अंगीकृत किया जाता है। इसी प्रकार आप चिकित्सा नयाचार भी अपना सकते हैं। अत: नयाचारों को आंतरिक रूप से परिभाषित और अंगीकृत किया जाता है जबकि नैतिकता अन्य लोगों पर बाहर से अधिरोपित की जाती है।
मूल्य
मूल्य वे नियम होते हैं जिनके द्वारा हम सही या गलत, किसी काम को करना चाहिए या नहीं, अच्छा या बुरा के बारे में निर्णय लेते हैं। वे हमें बताते हैं कि कौन सी बात अधिक या कम महत्वपूर्ण है, कौन सी उपयोगी है जब हम एक मूल्य की तुलना में दूसरे मूल्य की पूर्ति करने का प्रयास करते हैं।
नैतिकता
नैतिकता मूल्यों की तुलना में वृहद सामाजिक अवयव है तथा इसकी एक अत्यंत व्यापक स्वीकार्यता है। नैतिकता अन्य मूल्यों की तुलना में अच्छे या बुरे के विषय में कहीं अधिक गहन अवधारणा है। अत: हम किसी व्यक्ति के बारे में मूल्यों के स्थान पर नैतिकता के आधार पर निर्णय लेते हैं। किसी व्यक्ति को अनैतिक तो कहा जा सकता है, परंतु उन्हें मूल्यों का अनुपालन न करने के लिए दर्शाने वाला कोई शब्द नहीं है।
नयाचार
आप व्यावसायिक नयाचारों से लैस हो सकते हैं, परंतु आपने व्यावसायिक नैतिकता के बारे में कम ही सुना होगा। नयाचार एक औपचारिक प्रणाली अथवा नियमों के सेट के रूप में कोडीकृत होते हैं जिन्हें लोगों के समूह द्वारा स्पष्टत: अंगीकृत किया जाता है। इसी प्रकार आप चिकित्सा नयाचार भी अपना सकते हैं। अत: नयाचारों को आंतरिक रूप से परिभाषित और अंगीकृत किया जाता है जबकि नैतिकता अन्य लोगों पर बाहर से अधिरोपित की जाती है।
यदि आप किसी पर नयाचारहीन होने का आरोप लगाते हैं, तो यह उसे अव्यावसायिक कहने के समतुल्य है तथा इसे पर्याप्त अपमान के रूप में लिया जाएगा और व्यक्तिगत माना जाएगा बजाए इसके कि आप उसे अनैतिक कहें (यह भी वह पसंद नहीं करेगा)