स्टार्ट-अप प्रतियोगिता-2017

भारत के तत्कालीन माननीय राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी द्वारा आरंभ की गई अभातशिप की छात्र स्टार्ट-अप नीति को भारत सरकार की ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ कार्ययोजना के अनुरूप तैयार किया गया है जिसका उद्देश्य समूचे देश में 10,000 से अधिक अभातशिप अनुमोदित संस्थाओं में छात्र-चालित अभिनवताओं और स्टार्ट-अपों को मार्गदर्शित और प्रोत्साहित करना है।

कृपया वेबसाइट www.startup.aicte-india.org का अवलोकन करें।

जल्द ही विश्व की सर्वाधिक युवा जनसंख्या वाला देश होने वाले तथा वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थिकी सूचकांक में तीसरा स्थान रखने वाले भारत में पर्याप्त क्षमता विद्यमान है तथा यह विश्व में अभिनवता और उद्यमवृत्ति के क्रियाकलापों में वैश्विक सुपर शक्ति बनने की राह पर अग्रसर है। देश में स्टार्ट-अपों की संख्या में होने वाले त्वरित वृद्धि तथा इसी के अनुपात में हितधारकों जैसे निवेशक, प्रोत्साहक, परामर्शक, संवर्धक आदि में भी बढ़ोतरी ने इस निरंतर विकसित होती पारिस्थिकी को अपना योगदान प्रदान किया है तथा भारत को एक ज्ञान-संचालित अर्थव्यवस्था के रूप में रूपांतरित करने में सहायता दी है। परंतु हमारे सम्मुख अभी अनेक चुनौतियां विद्यमान हैं जिनका हमारे द्वारा सामना किया जाना है ताकि हम अपनी वास्तविक क्षमता का पूणतः उपयोग कर सकें।

अभातशिप की स्टार्ट-अप नीति ने अनेक पहलकदमों का समावेश किया है जिसमें समग्र छात्र विकास पर ध्यान केन्द्रित किया है ताकि तकनीकी संस्थाओ, अन्य पारिस्थिकी सहायकों, विभिन्न हितधारको, कार्यक्रमों, बाजार और समाज के मध्य मजबूत अंतर-संस्थानिक भागीदारियों को संवर्धित करते हुए उद्यमवृत्ति पारिस्थिकी को सुदृढ़ बनाया जा सकें।

बड़ी संख्या में छात्र-चालित अभिनवता को सृजन करने तथा स्टार्ट-अप क्रियान्वित करने जो देश के विकास में आर्थिक और सामाजिक मूल्यों को शामिल करेगा, निम्नलिखित कार्यनीतियां अपनाई जाएंगी।
  • छात्रों को अद्वमवृत्ति को एक पसंदीदा कैरियर विकल्प के रूप में चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय, राज्य और विश्वविद्यालय स्तर पर जागरूकता का सृजन करना।
  • अभातशिप से संबध संस्थाओं में अभिनवता और उद्यमवृत्ति पर विभिन्न कार्यक्रमों को सहयोग प्रदान करने के प्रति विविध पारिस्थिकी सहायता प्रदाताओं/हितधारकों को शामिल करना।
  • अभिनवता और उद्यमवृत्ति संबंधी क्रियाकलापों में भागीदारी करने के लिए छात्रों को अनुभव और नेतृत्व के अवसर उपलब्ध कराना।
  • संस्थाओं और विश्वविद्यालयों को उनके संबंधित परिसरों और स्थानों में छात्र अभिनवता और उद्यमवृत्ति संबंधी क्रियाकलापों को संवर्धित और सहायता प्रदान करने में उनकी प्रतिभागिता में वृद्धि करने के लिए संस्थाओं और विश्वविद्यालयों के लिए नीतिगत उपायों और दिशा-निर्देशों की हिमायत करना।
  • उत्कृष्ट सिद्ध हुए छात्रों के विचारों और अभिनवताओं की पहचान करने, अन्वेषण करने, उन्हें स्वीकार करने, सहायता करने और पुरस्कृत करने के लिए सामूहिक और एतत् प्रयास संचालित करना तथा उनकी उद्यमवृत्ति की यात्रा को और सहायता देना।
  • संकाय के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रमों/प्रशिक्षण क्रियाकलापों के माध्यम से सांस्थानिक स्तर पर अभिनवता और उद्यमवृत्ति पर आंतरिक परामर्शक पूल का सृजन करना
  • छात्रों की संबंधित संस्थाओं में जिज्ञासा-चालित अभिनवता की संस्कृति को संवर्धित करने के लिए छात्रों हेतु क्षमता और सक्षमता विकास कार्यक्रम आरंभ करना
  • अभिनवता और उद्यमवृत्ति के संवर्धन पर पर्याप्त ध्यान केन्द्रित करते हुए शैक्षणिक पाठ्यचर्या और शिक्षा-शास्त्र को पुनःअनुकूल करना
  • स्टार्ट-अप के लिए सांस्थानीकृत शोध और प्रशिक्षण सामग्री विकसित करना तथा उन्हें स्टार्ट अप/पूर्व-नवीकरणीय क्रियाकलापों में प्रयुक्त करना जिससे उनका एक संधारणीय रीति से विकास हो सके
  • पूर्व-नवीकरणीय अवस्था में छात्र अभिनवता और स्टार्ट-अप के लिए सहायक प्रणाली को सुदृढ़ बनाना तथा प्रमुख बाजार सहायकों को सहायता प्रदान करने के लिए पाइपलाइन का सृजन करना जैसे उष्मायित्र केन्द्र, संवर्धन इकाइयां और निवेशक आदि

अभातशिप के स्टार्ट-अप नीति क्रियान्वयन एकक ने नीति और कार्यक्रम के संमिलन तथा पारिस्थिकी औद्योगिकरण के लिए बहु-स्तरों पर अग्रणी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रिय पारिस्थिकी के साथ सहयोग करते हुए अनेक अनवरत प्रयास आरंभ किए हैं।

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